हिमाचल की उभरती हुईं शायरा मोनिका शर्मा ‘सारथी’ अपनी ग़ज़ल के जरिये नववर्ष का स्वागत कर रही हैं। जिंदगी एक डायरी है, जिसमें कुछ उदासी के और कुछ खुशी के किस्से हैं, लेकिन एक मुन्नसिफ को दोनों किस्सों से गुजरना होता है और दुनिया को बताना होता है कि यही जिंदगी है। आज अपनी ग़ज़लों की डायरी से ऐसी ही एक खूबसूरत ग़ज़ल शायरा मोनिका शर्मा ‘सारथी’ ने हिमाचल ब्रेकिंग के मंच पर अपने पाठकों को नज़र की है।
शायरी के जरिये नव वर्ष का स्वागत
पुराने सफ़र की नयी चाल यारों
न खुशियाँ तुम्हारी हो बेहाल यारों
फ़कीराना मन देता तुमको दुआएँ
मुबारक हो तुमको नया साल यारों।
ग़ज़ल
निगाहें उन से उलझी हैं जरा दिल को संभलने दो
दिलों के मेल से जलती है ये दुनिया तो जलने दो
सभी सोये हुये अरमान कहते हैं ये धड़कन से
जरा फिर से,जरा फिर से,जरा फिर से मचलने दो
वफा़ के शौक़ में कितने ही परवाने जले लौ में
कि अब है शमअ की बारी उसे भी तो पिघलने दो
चुनी है राह उसूलों की तो यह मुमकिन ही है फिर तो
उबलते ही रहेंगे पाँव में छाले उबलने दो
गिला क्यों कर करे कोई जो है बदली अदा हमने
जफा़ का ही सही इल्जाम कोई हम पे पलने दो
कहाँ तक बोझ ग़म का सारथी तन्हा उठायेगी
मिला अब हमसफर कोई तो उसको साथ चलने दो
कहानियां भी लिखती हैं
हिमाचल के जिला कांगड़ा के रक्कड़ चौली में रहने वाली शायरा मोनिका शर्मा ‘सारथी’ पेशे से फार्मासिस्ट है। बहुमुखी प्रतिभा की धनी शायरा कहानियां भी लिखती हैं, इसके अलावा कोरियोग्राफर, थियेटर आर्टिस्ट के रूप में भी अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं। आजकल वह अपनी ग़ज़लों के लिए चर्चित हैं। इनके हिंदी व पहाड़ी गीतों को कई गायकों ने आवाज दी है।
इनकी कुछ मशहूर ग़ज़लें, जिन्हें कई गायक गा चुके हैं।
1 उठाए जा नहीं सकते किसी के नाज़ बरसों तक
2 ये अरमान जब तक मचलते रहेंगे
3 मेरे दिल की सदाओं को सुन बेवफ़ा
4था जो कुछ पल का ठिकाना वो ही घर अच्छा लगा
5मेरे ज़ख़्मो को छेड़ने वाले
6 छोड़ो भी यह क्या करते हो ।
7 चैन पाने की बात करते हो ।
हाल ही में ‘दुनिया के शोर में ‘ गीत रिलीज।
पहाड़ी गीत
1 दिन सजणे दे आए ।
2 चंन मेरे आई जाएँ याँ
3जान हुण पिंजड़े च पेई ।
सभी को नव बर्ष मुबारक अतुल के लिए भी नया साल खुशियां प्रदान करने वाला हो ईश्वर उन्हें हर वो खुशी दे
जिसकी उन्हें तमन्ना है